एम आर आइ क्या है ? - एम आर आइ एक इमेजिंग तकनीक है जिसमें एक सघन चुंबकीय क्षेत्र एवं रेडियो तरंगों के माध्यम से मानव शरीर की आंतरिक संरचना की जानकारी प्राप्त होती है। इस तकनीक में किसी भी विकिरण का खतरा नहीं होता है और न ही शरीर के किसी महत्वपूर्ण पक्ष पर दुष्प्रभाव पड़ता है। हालांकि एम आर आइ करते वक्त निम्नलिखित सावधानियों को ध्यान में रखना आवश्यक है । तैयारी - एमआरसीपी अध्ययन के लिए 4 से 6 घंटे का उपवास आवश्यक है ।अन्य भागों की इमेजिंग के लिए निम्नलिखित बातों को छोड़कर अन्य किसी महत्वपूर्ण तैयारी की आवश्यकता नहीं पड़ती है । छोटे बच्चों या असहाय रोगियों को अगर बेहोश करने की आवश्यकता पड़ती है तो रोगी को कम से कम 4 घंटे उपवास में रखना पड़ता है ताकि एम आर आई की प्रक्रिया बिना किसी व्यवधान के पूर्ण की जा सके। जिन मरीजों को गैडोलिनियम कंट्रास्ट के माध्यम से एम आर आइ करना है तो उन्हें गुर्दे की जांच एम आर आइ के पूर्व करवाना आवश्यक है चेतावनी जो रोगी निम्नलिखित चिकित्सा उपकरणों का इस्तेमाल कर रहे हैं वे एम आर आई की जांच नहीं करवा...
I am working in medical field . I salute the health care professionals who are risking their lives in this global emergency. No words of appreciation are enough to express the gratitude.